फ़ेसबुक से लेकर दूसरे तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भारतीय वायुसेना पायलटों की तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. इन तस्वीरों के साथ ये दावा किया जा रहा है कि भारतीय एयरफोर्स के इन पायलटों ने ही मंगलवार को पाकिस्तान की सीमा के भीतर जा कर हमला किया था.
वॉट्सऐप से लेकर सोशल मीडिया ग्रुप्स पर इन तस्वीरों को हज़ारों बार देखा और शेयर किया जा चुका है. वहीं, बुधवार को पाकिस्तान ने कहा है कि उसने मंगलवार को हुई भारतीय सेना की कार्रवाई के बदले में भारतीय वायुसेना के दो जेट विमानों को मार गिराया है.
पाक सेना के प्रवक्ता ने इस पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि एक विमान पाकिस्तानी क्षेत्र में गिरा था और उसके पायलट को गिरफ़्तार किया गया है.
इसके कुछ घंटे बाद भारत ने भी इसकी पुष्टि की कि उनकी वायुसेना का एक पायलट लापता यानी ‘मिसिंग इन ऐक्शन’ है.भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने का सिलसिला बीते दिनों 14 फ़रवरी को पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले से शुरू हुआ था.
इन दावों के बीच कई भारतीय सोशल मीडिया पन्ने भारतीय फाइटर पायलटों की तस्वीरें इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, हमने पाया कि पाकिस्तान में हुए कथित हवाई-हमले का इन तस्वीरों से कोई संबंध नहीं है.
सोशल मीडिया पर जारी इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में दिख रही महिला पाकिस्तान में घुसकर हमला करने वाले पायलटों के दल की इकलौती महिला पायलट है.
इस सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक़, इस महिला का नाम अनीता शर्मा है. तस्वीर के साथ लिखा है, “पाकिस्तान में घुसकर 300 आतंकवादियों को मारने वाली एकमात्र महिला एयरफोर्स सैनिक इस भारतीय शेरनी को बधाई ज़रूर दें”
थल सेना और वायु सेना ने अब तक इस अभियान पर कोई टिप्पणी नहीं की है और ये संस्थाएं सामान्यत: इस तरह के ख़ुफ़िया अभियानों में हिस्सा लेने वाले अधिकारियों के नाम सार्वजनिक नहीं करते.
हालांकि, असल में ये तस्वीर अवनी चतुर्वेदी की है जो भारतीय वायुसेना का फ़ाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अवनि चतुर्वेदी अकेले लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला फ़ाइटर पायलट हैं. फ़ाइटर पायलट होने का मतलब है कि अब युद्ध जैसी स्थिति में अवनि सुखोई जैसे विमान भी उड़ा सकती हैं.
सोशल मीडिया पर स्क्वैड्रन लीडर स्नेहा शेखावत की तस्वीर को भी ऐसे ही दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
शेखावत ने साल 2012 में गणतंत्र दिवस के मौक़े पर वायुसेना के दस्ते का नेतृत्व किया था. इसके बाद 2015 में गणतंत्र दिवस पर भारतीय वायुसेना के महिला दस्ते का उन्होंने नेतृत्व किया था. वो पहली महिला फाइटर प्लेन पायलट हैं जिन्होंने परेड का नेतृत्व किया था.
लेकिन ट्विटर, फ़ेसबुक और वॉट्स्ऐप पर तमाम पोस्ट उन्हें उर्वशी जरीवाला बता रही हैं और उन्हें सूरत भुल्का भवन स्कूल की छात्रा भी बता रही हैं.
स्नेहा शेखावत ने साल 2007 में एनडीए प्रवेश परीक्षा के माध्यम से वायुसेना में प्रवेश किया था. इसके बाद उन्होंने हैदराबाद ट्रैनिंग सेंटर में सर्वश्रेष्ठ महिला पायलट का अवॉर्ड भी मिला. स्नेहा राजस्थान के शेखावती क्षेत्र से आती हैं.
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक और तस्वीर साझा की जा रही है. इस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि इन 12 वायुसेना पायलटों ने पुलवामा अटैक का बदला लिया.
हालांकि, रिवर्स इमेज़ सर्च से पता चलता है कि ये तस्वीरें साल 2015 की हैं और युनाईटेड किंगड़म की रॉयल एयर फ़ोर्स और इंडियन एयर फ़ोर्स के बीच हुई 10 दिन लंबी इंद्रधनुष (रेनबो) युद्धाभायास की है.
साल 2015 में भारतीय वायुसेना ने अपने सुखोई विमान इस युद्धाभ्यास के लिए भेजे थे. इन विमानों ने यूके के यूरोफ़ाइटर टाइफ़ून लड़ाकू विमानों के साथ युद्धाभ्यास किया.
(बीबीसी से साभार)